Prime Minister पद की शपथ लेने से पहले नरेंद्र मोदी ने महात्मा गांधी और अटल बिहारी वाजपेयी को दी श्रद्धांजलि, शहीदों को किया नमन
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद नरेंद्र मोदी को राष्ट्रपति भवन के प्रांगण में शपथ दिलाएंगे. इस मौके पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल और सोनिया गांधी सहित शीर्ष विपक्षी नेता, फिल्मी सितारे, विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्री और बिम्सटेक सदस्य देशों के नेता मौजूद रहेंगे.
नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव में प्रचंड जीत के बाद नरेंद्र मोदी (PM Modi) दूसरे कार्यकाल के लिए गुरुवार को नये मंत्रिपरिषद के साथ शपथ लेंगे. इस बीच इसको लेकर रहस्य बना हुआ है कि चार प्रमुख प्रभार गृह, वित्त, रक्षा और विदेश किसे मिलेंगे. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (Ram Nath Kovind) प्रधानमंत्री मोदी और उनके मंत्रिमंडलीय सहयोगियों को राष्ट्रपति भवन के प्रांगण में शपथ दिलाएंगे. इस मौके पर कांग्रेस के अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) और यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी सहित शीर्ष विपक्षी नेता, उद्योग जगत के दिग्गज, फिल्मी सितारे, विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्री और बिम्सटेक सदस्य देशों के नेता मौजूद रहेंगे. इस बीच, नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह (Amit Shah) ने लगातार दूसरे दिन बुधवार को एक लंबी बैठक की. ऐसा समझा जाता है कि इस बैठक के दौरान दोनों नेताओं ने नये मंत्रिमंडल की व्यापक रूपरेखा तय की. उम्मीद की जा रही है कि नये मंत्रिमंडल में अधिकतर वरिष्ठ मंत्रियों को बरकरार रखने के अलावा कुछ नये चेहरों को भी शामिल किया जाएगा.
प्रधानमंत्री पद की दूसरी बार शपथ लेने से पहले गुरुवार सुबह पीएम नरेंद्र मोदी राजघाट और अटल समाधि पहुंचे. उन्होंने महात्मा गांधी और अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि दी. इसके बाद उन्होंने नेशनल वॉर मेमोरियल जाकर शहीदों को नमन किया.
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हालांकि, इसको लेकर अटकलें हैं कि अमित शाह नई सरकार का हिस्सा हो सकते हैं और उन्हें एक प्रमुख प्रभार दिया जा सकता है. अमित शाह को भाजपा की रणनीति बनाने का श्रेय दिया जाता है. हालांकि उन्हें केंद्र में मंत्री पद देने के संबंध में कोई स्पष्टता नहीं है. ऐसी भी अटकलें हैं कि अमित शाह भाजपा अध्यक्ष बने रह सकते हैं क्योंकि कुछ प्रमुख राज्यों में विधानसभा चुनाव अगले एक वर्ष में होने हैं. भाजपा के कई नेताओं का मानना है कि पूर्ववर्ती मंत्रिमंडल के अधिकतर प्रमुख सदस्यों को बरकरार रखा जा सकता है. वरिष्ठ सदस्यों जैसे राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी, निर्मला सीतारमण, स्मृति ईरानी, रविशंकर प्रसाद, पीयूष गोयल, धर्मेंद्र प्रधान, नरेंद्र सिंह तोमर और प्रकाश जावड़ेकर के अपना स्थान बरकरार रखने की उम्मीद है.
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